yahan wahi leekhta hoon jo mera DiL majboor kar deta hai mujhe Leekhane ke Liye ......... Direct DiL se
इंतज़ार के सिवा ना कोई ना कोई आसरा न कोई रास्ता मेरा वाह... बहुत खूबसूरत अहसास...आभार
bahut sunder
सुन्दर
bahut khoobsurat
वाह... उम्दा भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...नयी पोस्ट@ग़ज़ल-जा रहा है जिधर बेखबर आदमी
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इंतज़ार के सिवा ना कोई
जवाब देंहटाएंना कोई आसरा न कोई रास्ता मेरा
वाह... बहुत खूबसूरत अहसास...आभार
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